नगरपालिका में पदस्थ राजस्व अधिकारी ने बिना नीलामी के किराए पर बांट दी दुकान,संबंधित अधिकारियों को नहीं लगी भनक,एक साल से अधिक समय से संचालित
मयंक जैन – खुरई नगर में विगत दिनों खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा अनेक विकास कार्यों कि सौगात खुरई नगरपालिका को दी गई जिनमें से एक है हाट-बाजार खुरई जिसकी संचालन व देख रेख का जिम्मा नगरपालिका खुरई का है विगत समय पूर्व नगरपालिका द्वारा हाट-बाजार कि दुकानों की नीलामी की गई थी जिनमें से सात दुकानें शेष रह गई थी। लेकिन बिना नीलामी हुई दुकानो को राजस्व विभाग में पदस्थ अधिकारी की सांठगांठ से दुकानें किराए पर दे दि गई जिसकी जानकारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी तक नहीं पहुंची साथ दुकानें से प्राप्त धनराशि को भी आपस में बंदरबांट कर लिया गया जिसके चलते नगरपालिका खुरई को रुपए के राजस्व की हानि हुई है जब जानकारी दुकान संचालक से ली गई तो उन्होंने बताया कि मुझे पता नहीं दुकानें किसकी है मुझे तो नगर पालिका के अधिकारी ने दी है,
एक साल से अधिक समय से संचालित है हाट-बाजार की दुकान
नगरपालिका परिषद से कुछ दूरी पर स्थित हाट-बाजार शहर के व्यस्ततम क्षेत्र में है अक्सर वहां से सभी बड़े अधिकारियों का आना-जाना निरंतर रहता है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से यह खेल निरंतर एक साल से अधिक समय से जारी है लेकिन अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी या जानबूझकर देखा नहीं गया। खुरई नगर पालिका के विकास कार्यों की चर्चा समस्त जिले में प्रथम स्थान पर होती है लेकिन नगरपालिका में पदस्थ राजस्व अधिकारियों के सांठ-गांठ के चलते राजस्व का नुक़सान नगरपालिका को हो रहा है सूत्रों कि माने तो हाट-बाजार के साथ साथ अन्य स्थानों पर भी यही हाल है
-
इस संबंध में जब मुख्य नगरपालिका अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि पूरे घटनाक्रम का जो भी ज़िम्मेदार होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी
राजेश महदेले
मुख्य नगरपालिका अधिकारी खुरई