पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह रक्षाबंधन पर्व पर अपनी मुंह बोली बहन से राखी बंधवाने पहुंचे बरोदिया नोनागिर
मयंक जैन – प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज सोमवार को खुरई के बरोदिया नोनागिर गांव पहुंच चुके हैं। इसके लिए प्रशासन और पुलिस विभाग ने पहले से ही तैयारियां कर ली थी।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भोपाल से चलकर खुरई के बरोदिया नोनागिर गांव पहुंचे हैं। जहां वह मृतक नितिन उर्फ लालू अहिरवार एवं मृतिका अंजना अहिरवार की मां से मुलाकात कर रहे हैं। पिछले साल भी उन्होंने रक्षाबंधन पर बरोदिया नोनागिर गांव आकर अंजना अहिरवार एवं उसकी मां से राखी बंधवाई थी। मई 2024 में अंजना अहिरवार की मौत हो चुकी है उसकी मौत के बाद यह पहला रक्षाबंधन का त्यौहार है। इसके पहले अंजना अहिरवार की अंत्येष्टि में भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल हुए थे। दरअसल बरोदिया नोनागिर गांव में अगस्त 2023 में गांव के लोगों ने एक युवक नितिन अहिरवार की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी के साथ गांव पहुंचे थे। जहां रक्षाबंधन के मौके पर उन्होंने नितिन अहिरवार की मां और और बहन से राखी बंधवाई थी। इस घटना के बाद 26 मई 2024 को नितिन अहिरवार की हत्या के मामले में गवाह राजेंद्र अहिरवार पर भी राजीनामा का दबाव बनाकर उसकी भी हत्या कर दी गई थी। इसमें राजेंद्र अहिरवार को जब परिजन सागर से पोस्टमार्टम कराने के बाद अपने गांव ले जा रहे थे तो खुरई में वाहन से मृतक राजेंद्र अहिरवार की मुंह बोली भतीजी अंजना अहिरवार कूद गई थी, जिससे उसकी भी जान चली गई थी। उस समय इस मामले ने प्रदेश में खूब तूल पकड़ा था और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, मुख्यमंत्री मोहन यादव, चंद्रशेखर रावण ने भी गांव का दौरा किया था। इस घटना के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय एक बार फिर रक्षाबंधन पर अपनी मुंह बोली बहन से राखी बंधवाने के लिए पहुंचे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि रक्षाबंधन के दिन आया हूं, जो मैने वादा किया था मैं पिछले रक्षा बंधन में भी आया था। इसके बाद दो घटनाएं और हो गई है। मैं इस दुख की घड़ी में इस परिवार के साथ हूं। मीडिया के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सीबीआई की जांच राज्य सरकार के हाथ में रहती है कि उन्हें करवाना है या नहीं, पर उन्होंने नहीं की। अब हमारे पास एक विकल्प है कि हाईकोर्ट जाकर आदेश ले इस पर हम विचार करेंगे।