डॉक्टर के साथ हुई दर्दनाक घटना को लेकर खुरई में प्राइवेट डॉक्टर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौपा
मयंक जैन – पश्चिम बंगाल में ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या का विरोध पूरे देश में किया जा रहा है। डॉक्टर के साथ हुई दर्दनाक घटना को लेकर खुरई में प्राइवेट डॉक्टर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपकर प्रदेश के समस्त डॉक्टरों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने की मांग भी की गई है।
खुरई में भी प्राइवेट डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल में हुई घटना का विरोध करते हुए प्रदेश के सभी चिकित्सकों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे जहां सभी लोगों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन नायब तहसीलदार रमेश कोष्टी को सौंपा है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट प्रभावी ढंग से लागू किए जाने की आवश्यकता है। इस दौरान बड़ी संख्या में डॉक्टर मौजूद थे। इसके अलावा नगर के प्राइवेट डॉक्टरों ने खुरई को जिला बनाने की मांग को लेकर नायब तहसीलदार रमेश कोष्टी को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि खुरई सागर जिले की ही नहीं मध्य प्रदेश की सबसे पुरानी तहसील मानी जाती है। अग्रेजों के समय की खुरई तहसील है, जिसकी स्थापना 1867 को हुई थी और पुलिस थाना भी आजादी के पहले वर्ष 1895 का है। खुरई न्यायालय की स्थापना भी वर्ष 1862 में हुई है। इसलिए देखा जाए तो खुरई ही जिला बनने का हक रखता है। खुरई से ही कटकर बीना, मालथौन और बांदरी तहसील बनी है। ज्ञापन देने के बाद सभी डॉक्टर तहसील परिसर में जिला बनाने की मांग को लेकर चल रहे धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।