मयंक जैन खुरई – बीना नदी सिंचाई परियोजना के तहत हनौता डैम निर्माण के लिए डूब में गई जमीन में कई लोगों के लिए अभी भी मुआवजा नहीं मिला है, जिसकी मांग को लेकर दलपतपुर मालगुजारी के ग्रामीण ज्ञापन देने पहुंचे, लेकिन छह घंटे तक कोई भी अधिकारी उनका ज्ञापन लेने के लिए नहीं पहुंच,जिससे ग्रामीण सुबह से भूखे प्यासे बैठे रहे। इसके बाद मंगलवार की शाम को तहसीलदार ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे।द
दलपतपुर मालगुजारी के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में रहवासियों के विस्थापन के लिए नोटिस जारी किए गए थे, जिसमें ग्रामीणों ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी और मुआवजा राशि कुछ दिनों में देने के लिए कहा गया था। इसके लिए जो तारीख जांच दल आन के लिए तय की गई थी उस दिन संबंधित गांव की जगह जांच दल आसौलीघाट पहुंचा और मनमाने तरीके से जांच की है, जिससे कुछ परिवार छूट गए, जिसकी फिर से जांच कराके सूची में नाम जोड़कर उन्हें मुआवजा दिलाने की मांग की है। बती आदिवासी ने बताया कि अब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिला है और न ही अभी तक कोई नोटिस जारी किए गए हैं। कुछ दी दिनों के बाद बारिश आने वाली है और उन्हें पट्टे भी नहीं मिले हैं। ऐसे में आगे और परेशानी बढ़ जाएगी। मीरा आदिवासी ने बताया कि सभी लोग ज्ञापन देने के लिए सुबह 11 बजे एसडीएम कार्यालय पहुंच गए थे लेकिन शाम को तहसीलदार ने आकर ज्ञापन लिया। ऐसे में सभी लोगों को भूखे प्यासे परेशान होना पड़ा।