बरोदिया नोनागिर में हत्या काण्ड में प्रशासन के समझाने के बाद परिजनों ने किया अंतिम संस्कार, मृतक की भतीजी ने चक्कजाम के लिए शव बाहन से लगाई छलांग से हुई मौत
मयंक जैन खुरई। खुरई के बरोदिया नोनागिर गांव में बीती रात हुई युवक की हत्या के बाद प्रशासन को युवक के अंतिम संस्कार कराने में करीब 3 घंटे तक कड़ी मशक्कत करना पड़ी। रविवार की रात 8 बजे तक युवक का अंतिम संस्कार हो सका। वहीं मृतक राजेंद्र अहिरवार की रिश्ते की भतीजी का कल सोमवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
अंतिम संस्कार कराने में प्रशासन को करनी पड़ी मशक्कत
जानकारी के अनुसार राजेंद्र अहिरवार की शनिवार की रात को पुरानी रंजिश के चलते धारदार हथियार से कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। इसके बाद उसे खुरई सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल सागर रेफर कर दिया गया था। युवक की स्थिति और गंभीर होने पर उसे भोपाल रेफर कर दिया गया था लेकिन विदिशा के पास युवक ने दम तोड दिया। प्रशासन ने युवक का सागर जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया। पीएम के बाद शव बरोदिया नोनागिर के लिए रवाना कर दिया गया। शव वाहन में बैठी मृतक राजेंद्र अहिरवार की रिश्ते की भतीजी ने खुरई के आचार्य श्री विद्यासागर महाराज तिराहा के पास छलांग लगा दी, जिससे उसकी मौत हो गई। युवती के शव को सागर जिला अस्पताल की मर्चुरी में रखवा दिया गया है। जिसका कल सोमवार को पीएम कराया जाएगा। मृतक राजेंद्र अहिरवार का शव रविवार की शाम को 5 बजे गांव पहुंचा। परिजनों ने सुरक्षा की मांग और आर्थिक सहायता को लेकर अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। इसके बाद करीब रात 8 बजे अंतिम संस्कार किया जा सका। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव उईके, एसडीएम रवीश कुमार श्रीवास्तव, एसडीओपी सचिन परते, शहरी थाना प्रभारी शशि विश्वकर्मा ने परिवार को काफी समझाइश दी तब कहीं जाकर परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ।
चक्काजाम के लिए भतीजी ने लगाई कार से छलांग
मृतिका अंजना अहिरवार के बड़े भाई रोहित अहिरवार ने बताया कि उसके रिश्ते के चाचा राजेंद्र अहिरवार की हत्या के बाद बहन बहुत दुखी थी। शव का पोस्टमार्टम सागर में कराया गया। शव वाहन में साथ बहन में गांव आ रही थी। खुरई के आचार्य श्री विद्यासागर तिराहा पर समाज के कुछ लोग खड़े हुए थे। न्याय के लिए चक्काजाम किया जाना था। बहन ने कहा था कि शव रोक दो लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जब वाहन नहीं रोका गया तो उसने कार से छलांग लगा दी।
जब तक सुरक्षा नहीं तक तक अंतिम संस्कार नहीं
मृतक राजेंद्र अहिरवार के बड़े भाई महेंद्र अहिरवार ने बताया कि उसके परिवार में राजेंद्र छोटा भाई था और दो बहनों की शादी हो चुकी है। परिवार का पालन पोषण राजेंद्र ही करता था। अब परिवार में उसके अलावा माता-पिता है। प्रशासन से परिवार की सुरक्षा की मांग की गई और आर्थिक सहायता के लिए कहा गया। प्रशासन से लिखित में सुरक्षा की मांग की गई। जब प्रशासन लिखित में सुरक्षा के लिए तैयार हुआ तब कहीं भाई का अंतिम संस्कार किया जा सका।
पल-पल में इस तरह से बदला अंतिम संस्कार का कार्यक्रम
• प्रशासन ने रविवार की शाम 5 बजे से 6:20 तक अंतिम संस्कार के लिए मनाया।
• अंतिम संस्कार के लिए परिवार 6:28 पर मान गया।
• अंतिम यात्रा मुक्तिधाम पर 06:40 पर पहुंची।
• चिता जलाने के लिए शाम 07:15 बजे लकड़ी लाई गई।
• मृतक राजेंद्र की मां अपने बेटे के दर्शन के लिए 07:20 बजे मुक्तिधाम पर पहुंची।
• शाम 07:25 पर शव को चिता के ऊपर रखा गया।
• मोबाइल की लाइट से पूरी तैयारी की गई।
• शाम 07:32 पर परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना किया और लिखित में सुरक्षा देने की मांग की।
• शाम 07:38 पर प्रशासन ने लिखित में आवेदन लिखना शुरू किया।
• शाम 07:42 पर खुरई शहरी थाना प्रभारी शशि विश्वकर्मा ने परिवार को सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
• शाम 07:45 बजे शव के ऊपर लकड़ियां रखना शुरू किया गया।
• शाम 07:56 पर अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी हुई।
- •शाम 07:59 पर मृतक के भाई महेंद्र अहिरवार ने अपने भाई को मुखाग्नि दी।
गांव में भारी पुलिस बल है तैनात
शनिवार की रात में हुई युवक की हत्या के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। शनिवार की रात से ही पुलिस के आला अधिकारी गांव का दौरा कर रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव उईके, एसडीएम रवीश कुमार श्रीवास्तव, एसडीओपी सचिन परते, शहरी थाना प्रभारी शशि विश्वकर्मा, नोनिया चौकी प्रभारी आर के जोरम सहित आसपास के थानों का पुलिस बल तैनात है।