- मयंक जैन बीना। यात्री ट्रेनों में स्लीपर और जनरल कोचों की संख्या सीमित होने से यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। आम यात्री ट्रेन के अंदर तक नहीं जा रहे है। बीना और खुरई से निकलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों के बुरे हाल है।
आम यात्री हो रहे हैं परेशान
जानकारी के मुताबिक ट्रेन नंबर 19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन में देखने को मिला जब ट्रेन के सभी स्लीपर कोचों में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। यह हाल केवल एक ट्रेन का नहीं है बल्कि सभी लंबी दूरी की ट्रेनों में देखने को मिलता है।
रेल प्रशासन भले ही यात्री सुविधा उपलब्ध कराने का दावा करती हो, लेकिन सफर में स्थिति अनुकूल नहीं है। ट्रेनों में स्लीपर और जनरल कोच की संख्या कम होने के बाद लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्री ठंसाठस बैठ रहे हैं। साथ ही बाथरूम और गेट के आसपास सो रहे हैं। बाथरूम से उठने वाली बदबू से भी यात्री खासे परेशान होते हैं। ट्रेनों में यह स्थिति स्लीपर और जनरल कोच की संख्या घटने से हुई है। बीना रेलवे स्टेशन से अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन रवाना हुई। इस दौरान मौके पर पहुंचकर देखा तो ट्रेन के बी 1 से लेकर बी 6 और स्लीपर 1 से 10 सभी कोचों में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। यात्री ठंसाठस भरे हुए थे यहां तक कि ट्रेन में चढ़ने तक की जगह नहीं थी। संत हिरदाराम नगर से बीना की यात्रा करने के बाद स्टेशन पर उतरे यात्री लोकेश ओहरी ने बताया ट्रेन के बी 4 में बड़ी मुश्किल से चढ़ पाए थे और ट्रेन में चढ़ने के बाद पैर रखने तक की जगह नहीं थी। गेट के पास ही खड़े होकर यात्रा करनी पड़ी। यही हाल अन्य यात्रियों का भी है।