पटवारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर,आखिरकार क्यों एक माह में तीन बार सीमांकन करने गए पटवारी पर किसानों ने किया हमला, जांच का विषय
मयंक जैन खुरई – खुरई ब्लॉक में आठ दिन पहले सीमांकन के दौरान एक पटवारी के साथ हुई अभद्रता और गाली गलौज के विरोध में पटवारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया है। तहसील परिसर में दो दिन से पटवारी हड़ताल पर बैठे हैं। हड़ताल पर बामुश्किल 10 पटवारी बैठे हैं, बाकी पटवारी गुपचुप तरीके से अपने काम निपटाने में लगे हुए हैं।
मांगों को लेकर पटवारी बैठे धरने पर
दरअसल खुरई विधानसभा में बीते एक माह में तीन पटवारियों के साथ मारपीट और अभद्रता की घटनाएं हो चुकी हैं। पटवारियों के साथ अभद्रता करने वालों के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज तो की गई, लेकिन संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई है। ताजा मामला 17 जून को सामने आया है। जब राजस्व अधिकारी पूरे दलबल के साथ जामुनखेड़ी गांव में सीमांकन करने गए थे। इसी दौरान तीन लोगों ने पटवारी विकल सचान के साथ गली गलौज करते हुए अभद्रता की। शासकीय दस्तावेज फाड़कर नष्ट करने का प्रयास किया। पटवारी की शिकायत पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज तो कर लिया, लेकिन अब तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। पुलिस के रवैये के विरोध में पटवारी संघ के आह्वान पर ब्लाक के सभी पटवारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के साथ ही तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए हैं।
54 में से केवल 10 पटवारी बैठे धरने पर
खुरई के तहसील परिसर में चल रहे पटवारियों के धरने में गौर करने वाली बात यह है कि बीते एक माह में जिन तीन पटवारियों के साथ यह घटना हुई है उन्हें ही अपने साथियों का समर्थन नहीं मिल रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हड़ताल पर ब्लाक के सभी 54 पटवारी हैं लेकिन धरने पर बामुश्किल 10 पटवारी ही बैठे हैं। पटवारी संघ के अध्यक्ष सहित 44 पटवारी धरना स्थल से नदारद हैं। पटवारियों की संख्या कम होने की वजह से फोटो खिंचवाने के दौरान पटवारियों ने वहां बैठे आम लोगों को भीड़ बढ़वाने के लिए बुला लिया ताकि फोटो में पटवारियों की भीड़ ज्यादा दिख सके। धरने में पटवारियों की संख्या कम होने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कोई कह रहा है पटवारियों में एकता नहीं है तो कोई कह रहा है कि हड़ताल के नाम पर कुछ पटवारी अपने काम निपटाने में लगे हुए है।
एक माह में तीन पटवारियों के साथ हुई घटनाएं
खुरई ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले मड़नी गांव में 18 जून को पहली घटना सामने आई है। जहां पटवारी सुरेंद्र यादव के साथ सीमांकन कराने के दौरान पांच लोगों ने हमला कर दिया था। 16 जून को खुरई विधानसभा के मालथौन ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले पलौआ गांव में सीमांकन के दौरान महिला पटवारी कावेरी कुर्मी के साथ तीन लोगों ने बदसलूकी की। इस घटना के अगले ही दिन यानी 17 जून को खुरई ब्लॉक के जामुनखेड़ी गांव में सीमांकन के दौरान पटवारी विकल सचान के साथ तीन लोगों ने अभद्र व्यवहार किया। इसके अलावा इस बीच 12 जून को बीना ब्लॉक के बेसरा कसोई गांव में जमीन नापने गए पटवारी मुकेश वर्मा के साथ दो आरोपियों ने मारपीट कर दी। सभी मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा
खुरई विधानसभा के अंर्तगत आने वाले गांवों में पटवारियों के साथ हुई घटना के विरोध में पटवारियों द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के बाद भी अब तक पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। आरोपियों की गिरफ्तारी किए जाने की मांग को लेकर खुरई पटवारी संघ ने मंगलवार को एसडीओपी कार्यालय पहुंचकर एसडीओपी सचिन परते को ज्ञापन सौंपा है।
सभी पटवारी काम बंद किए हुए हैं
खुरई पटवारी संघ के अध्यक्ष राजभान घोषी ने बताया कि ब्लॉक के सभी पटवारी काम बंद किए हुए हैं। आज किसी काम के सिलसिले में वह दूसरी जगह पर आए हुए हैं। धरने पर पटवारी बैठे हुए हैं। जो पटवारी धरने पर नहीं बैठे हैं उनसे चर्चा की जाएगी।