श्मशान घाट निर्माण करने के नाम पर सरपंच ने श्मशान घाट के पेड़ कटवाकर बेच दिए, ग्रामीणों ने लगाए आरोप…
मयंक जैन खुरई
6 माह में श्मशान घाट के सिर्फ चार पिलर खड़े हो पाए निर्माण अधूरा
सरकार गांव के विकास के लिए करोड़ों रुपए का फंड देती है, लेकिन गांव के सरपंच विकास कार्य ना कर राशि का बदरबांट करने में लगे हुए हैं ताजा मामला खुरई जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली कन्नाखेड़ी गांव से सामने आया है, जहां गांव के सरपंच बृजलाल अहिरवार ने गांव में श्मशान घाट के निर्माण के नाम पर पहले तो पुराने श्मशान घाट में लगे दर्जनों पेड़ काट कर बेच दिए और 6 माह बीत जाने के बाद भी शमशान घाट का निर्माण नहीं किया सिर्फ चार पिलर ही मौके पर मौजूद है।
पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रतिवर्ष पौधारोपण एवं पेड़ पौधों को बचाने का काम किया जाता है आज भी लोग बेवजह वृक्षों को काटने में पीछे नहीं हट रहे। एक पौधे को पेड़ बनने में करीब 30 वर्ष लगते हैं। लेकिन करीब एक दर्जन पेड़ सरपंच के द्वारा कटवाकर सौदागर से सौदा कर दिया।
कन्नाखेड़ी गांव के ग्रामीणों ने सरपंच बृजलाल अहिरवार का आरोप लगाते हुए बताया कि 6 माह पहले सरपंच ने गांव में श्मशान घाट के निर्माण के नाम पर वहां लगे दर्जनों पेड़ काटकर रातों-रात बेच दिए, ग्रामीणों ने बताया पेड़ों की कीमत लगभग 50 हजार होगी, सरपंच ने पेडो को किसको बेचे इसकी हम लोगों को जानकारी नहीं है, हम लोगों को लगा कि एक अच्छा शमशान घाट बनकर तैयार होगा लेकिन 6 माह बीत गए सिर्फ चार पिलर शमशान घाट में खड़े हो पाए हैं और किसी भी प्रकार का कार्य सरपंच द्वारा नहीं कराया गया।