खुरई। मझेरा गांव में आठ दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम की शुरुआत कलश यात्रा के साथ हुई। नव कुण्डीय श्री शिवशक्ति रुद्र महायज्ञ व संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पहले गांव में विशाल कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। कलश यात्रा में आसपास के गांव के लोग भी शामिल हुए।
कलश यात्रा ने पूरे गांव में किया भ्रमण
खुरई-राहतगढ़ रोड पर स्थित मझेरा गांव की पहाड़ी पर विराजमान मां चामुंडा देवी मंदिर में स्वामी कृष्णानंद महाराज, स्वामी परमानंद महाराज की प्रेरणा से विश्व कल्याण को लेकर आयोजित होने वाले नव कुण्डीय शिवशक्ति रुद्र महायज्ञ एवं संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पहले सोमवार की शाम को गांव के राम जानकी मंदिर से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महिलाओं ने कलश में जल भरा। जल भरने की प्रक्रिया विधि विधान पूर्वक संपन्न होने के बाद बैंड बाजों के साथ कलश यात्रा निकाली गई। इस बीच सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और कन्याएं पीले वस्त्र धारण कर सिर पर कलश लेकर चल रही थी। कलश यात्रा गांव में भ्रमण करने के बाद पहाड़ी पर विराजमान मां चामुंडा देवी के दरबार में पहुंची। जहां धार्मिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कलश यात्रा में शामिल भक्तों द्वारा जयकारों के कारण गांव का माहौल भक्तिमय हो गया।
इन संतों का हुआ आगमन
आठ दिवसीय नव कुण्डीय शिवशक्ति रुद्र महायज्ञ एवं संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का कार्यक्रम महंत कृष्णानंद महाराज उज्जैन, संत तेजगिरी नागा सीहोर, यज्ञकर्ता परमानंद महाराज चित्रकूट धाम, व्यवस्थापक ब्रह्मानंद महाराज, संत भरतपुरी नागा, संत संजयपुरी, संत मनोजानंद, भागवताचार्य कथावाचक जयेश्वरी देवी वृंदावन, यज्ञाचार्य पंडित गोपाल शास्त्री चित्रकूट धाम के सानिध्य में संपन्न होगा।
रोजाना होगी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ
कथा के पहले दिन जल यात्रा, भगवान गणेश पूजन, भागवत ज्ञान यज्ञ प्रारंभ किया जाएगा। 2 अप्रैल को कलश पूजन, यजमान हेमाद्री एवं स्नान देवता पूजन, ग्रह स्थापना की जाएगी। 3 अप्रैल को ब्राह्मण वरण, मंडप प्रवेश, रुद्राभिषेक होगा। 4 अप्रैल को अग्नि प्रवेश, हवन प्रारंभ के साथ ही महा अभिषेक किया जाएगा। 8 अप्रैल को पूर्णाहुति, सहस्त्रधारा, ब्राह्मणभोज के साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। भागवत कथा प्रतिदिन दोपहर 4 से शाम 7 बजे तक की जाएगी। इसके अलावा रात्रि में कीर्तन का आयोजन किया जाएगा।