October 23, 2024 |
Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

BREAKING NEWS

स्वास्थ्य सुविधा भगवान भरोसे,स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने वार्ड बॉय का काम कर रहा है सुरक्षा गार्डबुंदेलखंड में लुप्त होती प्रसिद्ध शेर नृत्यकला को जीवित कर रहे, महावीर वार्ड दुर्गा समिति के युवास्टंटबाजो के हौसले बुलंद,सामूहिक दुष्कर्म घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे बीना-सागर रोड पर किया चक्काजाम, मकान गिराने, फांसी की सजा दिलाने की मांगभगवान भरोसे शिक्षा विभाग,प्रधानाध्यापिका के शिक्षक पति ने स्कूल में आकर बच्चों के सामने ही शिक्षिका पत्नी के साथ की मारपीटखुरई में सोमवार की रात उज्जैन की तर्ज पर बाबा महाकाल की निकली शाही सवारीशिक्षक ने छात्रा के साथ अनुचित और अश्लील व्यवहार करने पर विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर किया चक्काजाम,पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह रक्षाबंधन पर्व पर अपनी मुंह बोली बहन से राखी बंधवाने पहुंचे बरोदिया नोनागिरछात्रा के साथ अनुचित और अश्लील व्यवहार करने पर सागर जिला शिक्षा अधिकारी ने सहायक शिक्षक सुपार्श्व कुमार को किया निलंबित,घटना को लेकर कल सौंपा जाएगा ज्ञापनखुरई की उपजेल में मनाया गया रक्षाबंधन पर्व

राधे-राधे प्रभात फेरी मंडल ने ब्रह्म मुहूर्त में निकली चुनरी यात्रा, और किया कन्याओं का पूजन

बीना -राधे राधे प्रभात फेरी मंडल द्वारा चैत्रीय नवरात्रि के अवसर पर जगत जननी देवी स्वरूप कन्याओं का पंचमी पर कन्या पूजन किया गया ।

शनिवार की सुबह 5:00 बजे राधे राधे प्रभात फेरी मंडल द्वारा मां जागेश्वरी धाम से यात्रा प्रारंभ हुई जिसमें छोटी-छोटी कन्याओं ने हिस्सा लिया ।

यात्रा का नजारा ही कुछ अलग था,जैसे साक्षात देवी चल रही हो रास्ते भर देवी स्वरूप कन्याओं का पूजन किया गया और जैसे ही मां जागेश्वरी धाम पर यात्रा पहुंची तो मां जागेश्वरी देवी को चुनरी भेंट की गई और जयकारों के नारों से धर्ममय वातावरण छा गया ।

तत्पश्चात सभी ने समस्त कन्याओं के चरण धोकर उनका पूजन कर आशीर्वाद लिया इस मौके पर ज्योतिष आचार्य पंडित प्रदीप नगाइच ने बताया कि कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरूप माना जाता है। कन्या पूजन करने से आपको उपवास का भी फल मिलता है। साथ ही घर में सुख शांति बनी रहती है।

देवी भागवत पुराण के अनुसार, देवराज इंद्र ने भगवान ब्रह्माजी से भगवती को प्रसन्न करने की विधि पूछी, तो उन्होंने सर्वोत्तम विधि के रूप में कुमारी कन्याओं का पूजन ही बताया। तब से लेकर आज तक कन्या पूजन किया जाता है।

 

हर वर्ष की कन्या का अलग महत्व

 

हर वर्ष की साल की कन्या का एक अलग महत्व है। अगर आप दो साल की कन्या का पूजन करते है, तो इससे आपके परिवार से दरिद्रता दूर होती है। तीन साल की कन्या को त्रिमूर्ति का रूप माना जाता है। इनका पूजन करने से आपके जीवन में धन-धान्य की भरमार रहती है।

 

चार साल की कन्या को कल्याणी माना गया है। वहीं पांच साल की कन्या रोहिणी होती हैं। इन सभी का पूजन करने से व्यक्ति रोग मुक्त रहता है। छह साल की कन्या को कालिका रूप माना गया है। इसके अलावा 7 साल की कन्या को चंडिका माना जाता है।

 

अगर आप अपने घर में आठ साल की कन्या का पूजन करते हैं, तो वह शाम्भवी कहलाती हैं। इसके अलावा नौ साल की कन्याओं को दुर्गा का रूप माना जाता है।

Public ki Awaaz
<h4>हमारी एंड्राइड न्यूज़ एप्प डाउनलोड करें </h4>

हमारी एंड्राइड न्यूज़ एप्प डाउनलोड करें

Get real time updates directly on you device, subscribe now.